हमारे देश में आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में प्राचीन काल से ही भारत की नदियों का योगदान रहा है सिंधु नदी तथा गंगा नदियों की घाटियों प्राचीन काल से ही आर्य सभ्यता का आर्विभाव हुआ। भारत की सबसे लंबी नदी कौन है? इस पोस्ट में आपका स्वागत है
आज भी हमारे देश के किसान कृषि के लिए सर्वाधिक नदी घाटी क्षेत्र में पाए जाते हैं प्राचीन काल से ही व्यापारिक एवं यातायात की सुविधा के लिए देश के अधिकांश नगर नदियों के किनारे विकसित हो गए थे
देखा जाए तो आज भी हमारे देश के प्रमुख धार्मिक स्थल लगभग किसी ना किसी नदी से ही संबंधित है आज हम भारत के गौरवशाली नदियों के बारे में जानेंगे
भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है? यह तो सभी को पता होगा लेकिन आपको हमारे भारत के नदियों के बारे में बहुत ही अनोखी बातें पता नहीं होगी हम भारत के नदियों की लंबाई के साथ-साथ इन नदियों के बारे में कुछ रोचक जानकारी इस पोस्ट के साथ प्रस्तुत करने वाले हैं|
हमें पूरा विश्वास है कि हमारे देश के गौरवशाली नदियों के बारे में अनोखी जानकारी आपको पसंद आएगी तो चलिए पोस्ट को शुरू करते हैं सबसे पहले जानेंगे हमारे भारत के सबसे लंबी नदी कौन सी है
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भारत की सबसे लंबी नदी कौन है?
1.सिंधु नदी- Indus River
- सिंधु नदी की मुख्य स्रोत – तिब्बत का पठार,
- लंबाई – 3,180 किलोमीटर
सिंधु नदी भारत के सबसे लंबी नदी है सिंधु नदी एशिया का सबसे लंबी नदियों में से एक है इंग्लिश में सिंधी नदी को Indus River के नाम से प्रचलित है
यह नदी पाकिस्तान और भारत के कश्मीर और जम्मू साथ ही चीन के पश्चिमी तिब्ब्त के बीचोबीच बहती है यह नदी तिब्बत के मानसरोवर झील के निकट सिन-का-बाबा नाम से प्रचलित जलधारा माने जाते है
यह नदी इंडिया का ही नहीं बल्कि पाकिस्तान का भी सबसे लंबी नदी और राष्ट्रीय नदी है यह नदी तिब्ब्त में मानसरोवर जलधारा के आसपास से बहाना शुरू करती है और उत्तर पश्चिमी की ओर बढ़ती हुई भारत में जम्मू और कश्मीर राज्य के बीचो-बीच प्रवेश करती है
जम्मू कश्मीर से होते हुए सिंधु नदी पाकिस्तान में दाखिल होती है पाकिस्तान के दक्षिण दिशा से होकर यह नदी अरब सागर में जाकर मिल जाती है
इस नदी का अधिकतर अंश(अधिकतर हिस्सा) पाकिस्तान में ही रहती है यही सबसे ज्यादा प्रवाहित होती है
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पाकिस्तान का अर्थव्यवस्था बड़ा हिस्सा में सिंधु नदी के पानी पर ही निर्भर करते हैं पाकिस्तान के पंजाब और सिंध राज्य के खेती-बाड़ी अधिकतर सिंधु नदी के जल पर ही आश्रित है और उसी के कारण टिका हुआ है
सिंधु नदी लगभग 11,65,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में सिंचाई का साधन है। प्रत्येक साल इसमें करीब 244 घन किलोमीटर पानी का बहाव होता आ रहा है
यहां तक कि पानी की इतनी ज्यादा मात्रा दुनिया के सबसे लंबी नदी ‘नील नदी’ से भी ज्यादा हैं. लगभग 2 गुना
इस मामले में हमारी सिंधु नदी दुनिया की 21वीं सबसे ज्यादा बहाव वाली नदी है
सिंधु नदी का इतिहास– हमारे वेदों में ऋग्वेद में कई नदियों का वर्णन किया गया है जिसमें सिंधु नदी का नाम भी है ऋग्वेददिक सिंधु नदी को वर्तमान सिंधु नदी माना जाता है
नादीस्तुति सुक्त के भजन में उल्लेख किए जाने वाले नदियों की सूची में ऋग्वैदिक भजन में केवल ब्रह्मपुत्र नदी को छोड़कर सभी नदियों को स्त्रीलिंग मैं वर्णित और वर्णन किया गया है हड़प्पा और मोहन जोदड़ो सिंधु घाटी की सभ्यता के प्रमुख शहर हैं
यह लगभग 330 ईसा पूर्व से है। और ये प्राचीन विश्व के कुछ सबसे बड़ी मानव गांवों और बस्तियों का जिम्मेदारी उठाए हुए थे
हमारे देश का नाम ‘हिंदुस्तान’ या ‘हिंदू’ नाम इसी नदी के कारण रखा हुआ है क्योंकि पश्चिम से भारत आने वाली कई लोग सिंधु नदी को ‘हिंदु नदी’ कहा करते थे।
तो पश्चिमी लोग पूर्वी नदी के पार रहने वाले लोगों को हिंदू कहना शुरू कर दिया और उनके देश को हिंदुस्तान कहना शुरू कर दिया हिंदुस्तान जिसका अर्थ होता है- हिंदुओं का स्थान।
आज के समय में भले ही सभी धर्मों के लोग रहते हैं लेकिन करीब 1000 साल पहले भारत में केवल हिंदू ही हुआ करते थे
आसा करते हैं आपको जानकारी पसंद आ रही होगी और अब आप भारत के सबसे बड़ी नदी कौन सी है आपको पता चल गया होगा ।
हमारे देश मे और भी प्रसिद्ध बड़ी नदियाँ हैं अब हम आपको भारत के ओर भी बड़ी – बड़ी प्रसिद्ध नदिया कौन-कौन सी हैं बतलायेंगे
भारत की प्रमुख नदियां और मुख्य स्रोत और लंबाई
ब्रह्मपुत्र नदी – Brahmaputra River
- स्रोत – तिब्बत, कैलाश पर्वत
- लंबाई – 2900 कि.मी
ब्रह्मपुत्र तिब्बत और भारत तथा बांग्लादेश में बहने वाली नदी है। भारत के प्रमुख नदी होने के साथ-साथ लंबी नदी के लिस्ट में दूसरे नंबर पर आता है
इस नदी का उद्गम हिमालय के उत्तर में तिब्बत नामक पुरंग जिला में स्थित मानसरोवर झील के समीप होता है
वहां पर इस नदी को यरलुंग त्सांगपो कहे जाते हैं गंगा से संगम के बाद इसकी संयुक्त धारा को मेघना कहते हैं
जोकि सुंदरबन डेल्टा का निर्माण करते हुए आखिर में बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है जिसमें इसको कुल दूरी 2900 किलोमीटर की पूरी करनी होती है
आपने देखा होगा सभी भारतीय नदियों के नाम स्त्रीलिंग में होते हैं परंतु ब्रह्मापुत्र एक ऐसा नदी है जिसे पुल्लिंग के रूप में प्रस्तुत करते हैं
क्योंकि संस्कृत में ब्रह्मापुत्र का अर्थ ब्रह्मा का पुत्र होता है
गंगा नदी
- स्रोत – गंगोत्री हिमनद
- लंबाई –2,601 कि.मी
- मुहाना – सुंदरवन, बंगाल की खाड़ी
गंगा नदी हमारे देश की सबसे महत्वपूर्ण एवं पवित्र नदी हैं। इस नदी को माँ तथा देवी के स्वरूप माने जाते हैं।
गंगा नदी के तट पर कई धार्मिक स्थल भी हैं जिसके भारतीय संस्कृति और सामाजिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है
इतना ही नहीं बल्कि गंगा नदी के पवित्र जल को शुद्धिकरण के रूप में विशेष दर्जा दिया गया है कोई भी धार्मिक अनुष्ठान करने से पहले लोक गंगाजल से शुद्धीकरण प्रमुख माना जाता है
गंगा नदी भारत और बांग्लादेश में बहती हैं यह लगभग 2525 किलोमीटर में बहती हुई उत्तराखंड में हिमालय से लेकर काफी दूर बंगाल की खाड़ी के सुंदरवन तक की तटीय इलाके को अपने पानी से खींचती है
गोदावरी नदी
- स्रोत – त्रयंबकेश्वर
- लंबाई – 1465 किलोमीटर
- मुहाना – बंगाल की खाड़ी
गोदावरी नदी भारत के सबसे बड़ी नदियों लिस्ट में इस नदी को नंबर 4 में रखा गया है
या नदी दक्षिण भारत की एक प्रमुख नदी है
इस नदी को दक्षिण गंगा भी कहा जाता है गोदावरी नदी महाराष्ट्र में स्थित नासिक जिले से निकलती है और राजहमुंद्री नामक शहर के नजदीक बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है
जिसमें इसे 1465 किलोमीटर का दूरी तय करना होता है
कृष्णा नदी
- स्रोत – महाबलेश्वर
- लंबाई – 1,290 किलोमीटर
- मुहाना – बंगाल की खाड़ी
कृष्णा नदी दक्षिण भारत की सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण नदी है इस नदी का उद्गम महाराष्ट्र राज्य में महाबलेश्वर नजदीक पश्चिमी घाट श्रृंखला से हुई है।
याह नदी पूरब से पश्चिम की ओर बहने वाली नदी है यह नदी आंध्र प्रदेश राज्य में होकर बहती हुई दक्षिण पूर्वी और पूर्वोत्तर दिशा में जाती है और इसके बाद पूर्वोत्तर विजयवाड़ा से होकर अपने डेल्टा में चले जाती है
विजयवाड़ा से चलकर डेल्टा तक दूरी तय करने में इस नदी को 1,290 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है
कृष्णा नदी की पूरी लंबाई लगभग 1400 किलोमीटर की है इसकी सहायक नदी में भीमा, तुंगभद्रा, गोदावरी, कावेरी जैसी नदिया शामिल है
इसलिए इस नदी को भारत के सबसे बड़ी लंबी उम्र में इसकी गिनती आती है
यमुना नदी
- स्रोत – यमुनोत्री
- लंबाई – 1,376 किलोमीटर
यमुना नदी दोस्तों यह नदी भारत की प्रसिद्ध नदी हैं यमुना नदी भारत की लंबी नदी में इसकी गिनती छठा नंबर में आते हैं।
यह नदी गंगा नदी की सहायक नदी हैं यह नदी यमुनोत्री के उत्तरकाशी से 30 KM उत्तर, गढ़वाल नामक जगह से बहना शुरू होती हैं और प्रयागराज में गंगा में जाकर मिलती हैं
यमुना नदी के प्रमुख उपनदी यानी सहायक नदियों में चम्बल, बेतवा, छोटी सिन्धु एवं केन हैं।
यमुना नदी के किनारे तटवर्ती नगर में आगरा और दिल्ली जैसे शहर और इटवा कालपी हमीरपुर और प्रयाग जैसे मुक्त शहर मुख्य रूप से आते हैं
प्रयाग में यमुना नदी एक विशाल रूप में दिखाई देती है क्योंकि वहां के प्रसिद्ध और ऐतिहासिक किले के नीचे गंगा में इस का संगम होता है
और यही नहीं बज्र की संस्कृति में यमुना का महत्वपूर्ण स्थान है।
इस नदी की लंबाई 1,376 किलोमीटर है यानी 855 मील इसका मुख्य स्रोत यमुनोत्री है
नर्मदा नदी
- स्रोत – अमरकंटक
- लंबाई – 1,312 किलोमीटर
नर्मदा नदी को रेवा के नाम से भी जाने जाता है. यह नदी मध्य भारत से बहने वाली यह नदी भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे लंबी नदी के लिस्ट में सातवें नंबर पर है
मध्यप्रदेश में इस नदी के विशाल योगदान के कारण इस नदी को मध्य प्रदेश की जीवन रेखा भी कहे जाते है
नर्मदा नदी अपने उद्गम से बहती हुई खंभात की घाटी, अरब सागर में जाकर मिलने तक की लंबाई 1,312 किलोमीटर की दूरी पर तय करनी होती हैं।
इस नदी की प्रमुख उपनदियों में बारनार, बंजर, शेर, शक्कर, चंद्रकेशर, इत्यादि हैं
महानदी
- स्रोत – सिहावा
- लंबाई – 900 किलोमीटर
दोस्तों प्राचीन काल में महानदी का नाम चित्रोत्पला था यही नहीं महानंदा एवं नीलोत्प्ला भी महानदी के ही नाम भी हैं
जो भारत के उड़ीसा तथा छत्तीसगढ़ के सबसे लंबी नदी हैं इसका उद्गम स्रोत रायपुर के आसपास स्थित धमतरी जिले के सिहावा नामक पर्वत श्रेणी से हुआ है
महानदी दक्षिण से उत्तर की ओर बहने वाली नदी है महानदी का आधे से ज्यादा हिस्सा छत्तीसगढ़ में है यहीं पर महानदी का सबसे ज्यादा जल बहाव होता है
सिहावा से बहती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरने तक महानंदा लगभग 900 किलोमीटर की दूरी तय करती है महानदी भारत की सबसे लंबी नदी के लिस्ट में आठवीं नंबर पर है।
कावेरी नदी
- स्रोत – पर्वत ब्रह्मागिरी
- लंबाई – 805 किलोमीटर
कावेरी नदी एक सदानीरा नदी हैं जो कर्नाटक और उत्तरी तमिलनाडु से बहती हैं। इसका उद्गम स्रोत पश्चिमी घाटी के पर्वत ब्रह्मागिरी से निकलती है
दक्षिण पूर्वी से बहुत ही हो गई यह नदी बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है कावेरी नदी के उपनदियों में सिमसा, हेमावती, भवानी नदी आती है जैसा की आप सभी को पता है
हमारी नदियां किसी न किसी धार्मिक स्थल से जुड़ी हुई है उसी प्रकार कावेरी नदी के किनारे स्थित शहर तिरुचिरापल्ली हिन्दुओं का तीर्थ स्थल यही पर स्थित है। कावेरी नदी के डेल्टा पर अच्छी खेती होती है
इसलिए यहां के कावेरी नदी के पानी पानी पर दोनों राज्यों पर विवाद है इस विवाद को लोग कावेरी जल विवाद भी कहते हैं किस नदी को दक्षिण भारत की गंगा भी कहते हैं
यह नदी की लंबाई पयः 804 किलोमीटर की हैं यह भारत की सबसे लंबी नदी के लिस्ट में 9वे नंबर पर आती है
ताप्ती नदी
- स्रोत – मुलताई
- लंबाई – 724 किलोमीटर
ताप्ती नदी पश्चिमी भारत के प्रमुख और प्रसिद्ध नदियों में से एक है यह नदी मध्य प्रदेश राज्य के बैतूल जिले से निकलकर महाराष्ट्र के खान देश पठार एवं सूरत के मैदानों को पार करते हुई अरब सागर मैं मिलती है
यह नदी भारत के उन प्रमुख नदियों में से एक है जो पूरब से पश्चिम की ओर बहती है ताप्ती नदी अपने उद्गम स्थल मुलताई से निकलकर पश्चिम में 730 किलोमीटर दूर खंभाल की खाड़ी में जाकर गिरती है
सूरत के बंदरगाह इसी नदी के मुहाने पर स्थित है ताप्ती नदी भारत के सबसे लंबी नदी के लिस्ट में दसवीं नंबर में आती है
निष्कर्षण
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इस पोस्ट से आपने जाना सिंधु नदी भारत के सबसे लंबी नदी है तथा सिंधु नदी का इतिहास और भारत की प्रमुख नदियां और मुख्य स्रोत और लंबाई के बारे में आप को यह पोस्ट पसंद आई हो तो आपने दोस्तों के साथ share जरुर करे
Nice post
Super Se Upar Jankari Thanku
Wow Great Post Thanks for Sharing