प्रेरणादायक हिंदी कहानी: एक गांव में एक बहुत ही नेक और दयालु राजा रहता था। वह अपने राज्य की प्रजा और सभी जनता से बहुत प्यार करता था और वे विशेष रूप से अपने राज्य के बच्चों की ख़बर रखता था। वह जानता था कि बच्चे हमारे देश के भविष्य होते हैं।
एक दिन, राजा ने एक खास प्रतियोगिता आयोजित की जहां सभी गांव के बच्चे भाग ले सकते थे। प्रतियोगिता में राजा चाहते थे कि बच्चे अपनी क्षमताओं और कला को प्रदर्शित करें।
इस लिए उन्होंने अपने सैनिक से बोलकर आस पास के सभी गांव में प्रतियोगिता आयोजित की प्रचार करवा दिया।
कुछ दिन पहले ही, बच्चों को पता चला कि प्रतियोगिता होने वाली है। सभी उत्साहित हो गए और अपनी क्षमताओं और कला को निखारने के लिए तैयारी और रिहर्सल करने लगें।
प्रतियोगिता के दिन, सभी बच्चे एक साथ एक राजा के राजमहल में इकट्ठे हुए। राजा ने बच्चों का स्वागत किया और कहा, “मेरे प्यारे बच्चों, आज आपको अपनी क्षमताओं और कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। मुझे गर्व है कि आप हमारे भविष्य हो”
प्रतियोगिता शुरू हो गई और एक के बाद एक बच्चे अपनी कला, ज्ञान, ताकत और साहस प्रदर्शित करने लगे। कोई बचे गीत गाने, तो कोई नृत्य करते, कोई कहानियाँ सुनाते, कोई बच्चे पहेलियाँ हल करते और रंगों के साथ चित्र बनाने जैसी विभिन्न गतिविधियों कराने लगे जिनमें वह परिपूर्ण थे।
राजा ने हर बच्चे को प्रतियोगिता में भाग लेने और अपने कला को दिखने के लिए प्रशंसा की और उन्हें साहस और मुकाबला करण सिखाई। वह बच्चों को बताया कि जीवन में सफल होने के लिए मेहनत की आवश्यकता होती है और उन्हें अपनी सीमाओं/परीक्षा को पार करने का साहस दिखाना चाहिए।
प्रतियोगिता के अंत में, राजा ने सभी बच्चों की प्रशंसा की और उन्हें उपहार और पुरस्कार दिया, और वह सभी बच्चे को धन्यवाद दिया।
इस कहानी से सीख:- हमें अपनी क्षमताओं और कला को पहचानना चाहिए और मेहनत और साहस के द्वारा उन्हें निखारना चाहिए। सबको सम्मान और सहानुभूति के साथ एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।