यदि आप व्यापारिक दुनिया में नई और कम लागत में ज्यादा मुनाफा वाली व्यवसाय करने का मौकों की खोज कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए हो सकता है। इसमें हम आपको एक लाभदायक व्यवसाय, “लाल केला की खेती”, की पूरी जानकारी बताएंगे। इस लेख को पढ़कर आप उच्च स्तर पर बहुत कम लागत में लाल किले की खेती करके ज्यादा मुनाफा पा सकते हैं और आप अपना नया व्यवसाय (Business) शुरू करके मोटी कमाई कर सकते हैं!
लाल केला की खेती करके किसान बन रहे हैं मालामाल, इन आसान तरीके से करें खेती, देगी कम लागत में ज्यादा मुनाफा लाल केले की कीमत पिले और हरे केले के मुकाबले ज्यादा होती है इसकी कीमत 60 रुपये दर्जन से 150 रुपये के आसपास पहुंचती है
हालांकि यह लाल केला किलो के अनुसार भी मिलता है जिनकी कीमत 55 रुपये किलो से 110 रुपये के आसपास पहुंचती है. इसकी डिमांड मार्किट में ज्यादा रहती हैं। ऐसे में कई युवा अपनी नौकरी छोड़ लाल केले की खेती करके, कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं।
इस आसान तरीके से करें लाल केले की खेती, देगी कम लागत में अधिक मुनाफा
इन आसान तरीके से करें लाल केले की खेती। यह केला मुख्य रूप से ऊष्ण क्षेत्रों में पैदा होता है। इस खेती के लिए समय -समय पर समुचित समर्थन प्रदान करना आवश्यक होता है। लाल केले की खेती करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें
लाल केले की खेती के लिए दामेट मिट्टी वाली खेत चुनें जिसमें कार्बनिक पदार्थ अधिक मात्रा में उपस्थित हो जो की इसके लिए उपयुक्त मानी जाती है।
- भूमि का पीएच (pH) स्तर 4.5-7.5 के बीच होना चाहिए।
- भूमि की पूर्व-खेती जैसे की नमी की अच्छे जल निकास, और जीवाणु नाशकों का उपयोग करें।
- समृद्ध मिट्टी में उर्वरकों की उचित मात्रा का उपयोग करें। उचित मात्रा में अजैविक उर्वरक और कीटनाशकों का उपयोग करें।
- फसल के लिए आवश्यक संयंत्र सुरक्षा की देखभाल करें, जैसे कि पूर्वानुमानित बाढ़, तूफान, और बीमारियों से सुरक्षा करना।
लाल केले की मार्केट में डिमांड और ख़ासियत
मार्केट में है इसकी भारी डिमांड जैसा की आप सभी को बता दे पीले केले की तुलना में लाल केला में अधिक मात्रा में औषधीय गुण होते हैं, यही वजह है कि लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं। इसकी कीमत दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही हैं, सीजन में इसके भाव भी आसमान छू जाते हैं।
इसकी खेती पहली बार ऑस्ट्रेलिया में की गई थी, लेकिन धीरे-धीरे यह दुनिया भर में फैल गई। अब इस केले की खेती अमेरिका, वेस्ट इंडीज, मैक्सिको आदि देशों में भी होने लगी हैं
भारतीय किसानों द्वारा केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में इस लाल रंग वाले केले की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।
इस केले का पेड़ लंबा तथा तना लाल रंग का होता है केला दिखने में जितना खूबसूरत होता है, स्वाद में भी उतना ही अच्छा और काफी मीठा होता है. प्रत्येक गुच्छे में 80 से 100 फल होते हैं. इनका वजन 13 से 18 किलो होता है. इस किस्म की खेती ठाणे क्षेत्र में पाई जाती है. लाल केले की नस्ल शुष्क जलवायु के अनुकूल है. इसकी खेती भी सामान्य पिले केलों की ही तरह की जाती है.
बीटा कैरोटीन (Beta carotene) इसकी लोकप्रियता का एक मुख्य कारण है जो धमनियों में खून का थक्का जमने नहीं देता है। यही वजह है कि लाल केला कैंसर और दिल से जुड़ी बीमारियों को दूर रखने में मददगार साबित होता है. इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है. रोजाना एक लाल केला खाने से शरीर के लिए आवश्यक फाइबर की आपूर्ति हो जाती है. इसके सेवन से डायबिटीज होने का खतरा भी कम हो जाता है।
लाल केला की खेती के लिए मिट्टी की तैयारी
लाल केला के खेती लिए उच्च जल प्रतिधारण वाली दोमट मिट्टी को प्राथमिकता दी जाती है। जैसा कि आप जानते है केले की पेड़ को अधिक मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है इसलिए इसकी अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए आप झीलों, नदियों, तालाबों आदि के पास नमी भूमि पर केले लगाएं। निम्न तरीके से आप लाल केले लगाने के लिए मिट्टी को तैयार कर सकते हैं.
- 50 सेमी x 50 सेमी x 50 सेमी लंबा चौड़ा और एक गड्ढा बनाएं।
- गड्ढे को पुराने गोबर की खाद या जैविक खाद से भर देना चाहिए।
- गड्ढे में हल्की सिंचाई करें
- फिर इसके बाद लाल केले की पौधों की रोपाई करें।
स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है ये लाल केला
लाल केले पर की गई रिसर्च के मुताबिक पीले केले के मुकाबले इनमें ज्यादा पोटेशियम, आयरन और विटामिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसका छिलका लाल और फल हल्का पीला होता है. इनमें शुगर की मात्रा कम पाई जाती है. वहीं हरे और पीले केले के मुकाबले बीटा कैरोटीन ज्यादा पाया जाता है. बीटा-कैरोटीन धमनियों में खून का थक्का जमने नहीं देता है. यही वजह है कि लाल केला कैंसर और दिल से जुड़ी कई बीमारियों को दूर रखने में मददगार साबित होता है. इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है. एक्सरसाइज और जिम करने वाले लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं रोजाना एक लाल केला का सेवन कराने से शरीर के लिए आवश्यक फाइबर की आपूर्ति हो जाती है. इसके खाने से डायबिटीज होने का खतरा भी कम हो जाता है।