पटना 15 अगस्त 2023: स्वतंत्रता दिवस की शाम, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने मरीन ड्राइव पर एक चर्चा की। उन्होंने जेपी गंगा पथ, जिसे मरीन ड्राइव के नाम से भी जाना जाता है, पर यात्रा की। उनके साथ इस यात्रा में उनके पुराने मित्र और राजद के दिग्गज नेता शिवानंद तिवारी भी शामिल थे। इन दोनों व्यक्तियों ने दो घंटे तक मरीन ड्राइव का आनंद लिया और वहां के मनमोहक वातावरण का आनंद उठाया।
मरीन ड्राइव पटना का एक महत्वपूर्ण परियोजना है जो स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालू प्रसाद यादव द्वारा आवाश्यकताओं के साथ आने का एक अवसर प्रदान करता है। इस परियोजना का उद्घाटन 11 अक्टूबर 2013 को हुआ था और इसका पहला चरण 24 जून 2022 को उद्घाटित हुआ था।
इस परियोजना का उद्देश्य पटना को समुद्री संयोजन के साथ जोड़ना है, जो गंगा पथ नामक परियोजना के तहत विकसित किया जा रहा है। इसमें एक चार-लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है जो अशोक राजपथ से जुड़कर गंगा पथ को विभिन्न हिस्सों से जोड़ेगा।
पूरे परियोजना की अनुमानित लागत 5600 करोड़ रुपये है और इसके पूरा होने में चार साल का समय लगेगा। इसके लिए सरकार ने आवास और शहरी विकास निगम (हुडको) से 2000 करोड़ रुपये का ऋण लेने की मंजूरी दी है, जबकि शेष धन 1160 करोड़ रुपये राज्य संसाधनों से उपलब्ध किये जाएंगे।
जब परियोजना पूरी होगी, तो इसके बाद 16 वर्षों में भुगतान किये जाने वाले ऋण पर 10.75% की ब्याज दर लागू की जाएगी। इसके तहत, सड़क का निर्माण और उन्नयन कार्यों के लिए कुल बजट में से 2770 करोड़ रुपये आवंटित होंगे।
मरीन ड्राइव परियोजना का पहला चरण दीघा में एएन सिन्हा संस्थान से जुड़ता है और इसे पहले से ही जनता के लिए खोल दिया गया है। दूसरे चरण का पूरा होने की उम्मीद 2024 तक है, जिसमें पटना से फतुहा तक कुल 18 किमी का विस्तार शामिल है। इससे पटना और फतुहा के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा और शहर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा।
समापन में, मरीन ड्राइव परियोजना पटना के विकास में महत्वपूर्ण प्रयास है, जिसके तहत समुद्री संयोजन के साथ गंगा पथ को विकसित किया जा रहा है। लालू प्रसाद यादव और उनके पुराने दोस्त ने इस परियोजना की यात्रा का आनंद उठाया और उसकी महत्वपूर्णता को साझा किया।